लार- रक्षा बंधन उत्सव मात्र एक उत्सव नहीं बल्कि सम्पूर्ण समाज को एकता के सूत्र में बांधने का त्योहार है।हम एक दूसरे के रक्षा सूत्र से आबद्ध होकर आपस में रक्षा करने का संकल्प लेते हैं और इसका पालन करते हैं।उक्त बातें न्यू सनराइज मैरेज हॉल में आयोजित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के रक्षा बंधन उत्सव में सह प्रांत प्रचारक सुरजीत जी ने कही। पौराणिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि भगवान विष्णु जब राजा बलि के यहां अपने दिये वचनों के अनुसार समक्ष रहने पर विवश हो गये तब माता लक्ष्मी ने भगवान विष्णु को बलि से रक्षा सूत्र बांधकर ही मुक्त कराया था इस प्रकार राजा बलि ने माता लक्ष्मी को बहन मानकर उनके पति की रक्षा की। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सामाजिक समरसता के दृष्टिकोण से जिन छह उत्सवों को मनाता है रक्षाबंधन उसमें एक है।इस अवसर जिला प्रचारक अखिलेश्वर जी,सह जिला कार्यवाह करुणेश जी,जिला सेवा प्रमुख रामनाथ जी,खण्ड संघचालक हरिप्रकाश जी,सह खण्ड कार्यवाह नितिन जी, रोहित जी, स्वप्निल, विवेक,किशन,आशीष आदि स्वयंसेवक रहे।