भारत की धरती विश्व के लिए शांति और अतिथि सत्कार का प्रतीक रही है, लेकिन कुछ कायर आतंकवादियों ने हमारी इसी महान परंपरा को अपना निशाना बनाया है। कई बार ऐसा हुआ है जब भारत में किसी विदेशी नेता का आगमन हुआ और उसी दौरान आतंकवादियों ने हमला करके अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत को बदनाम करने की कोशिश की। ये कोई संयोग नहीं, बल्कि एक सुनियोजित साजिश है—जिसमें आतंक के जरिए भारत की छवि धूमिल करने और विदेशी संबंधों को प्रभावित करने की कोशिश की गई।
1. 26/11 मुंबई हमला (2008) – जब भारत-अमेरिका रिश्तों को निशाना बनाया गया
26 नवंबर 2008, वह काला दिन जब पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने मुंबई पर हमला बोला। उस समय भारत में अमेरिकी राजदूत थे, और कुछ ही दिनों बाद अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत यात्रा तय थी। यह हमला सिर्फ निर्दोष लोगों की हत्या नहीं, बल्कि भारत-अमेरिका के बीच बढ़ते सामरिक रिश्तों को निशाना बनाने की साजिश थी। आतंकवादियों ने अमेरिकी और इजरायली नागरिकों को विशेष तौर पर टारगेट किया, ताकि अंतरराष्ट्रीय दबाव बन सके।
2. 2016 पठानकोट एयरबेस हमला – जब PM मोदी ने पाकिस्तान को झटका दिया
जनवरी 2016 में, जब भारत ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को साउथ एशियन गेम्स का उद्घाटन करने के लिए आमंत्रित किया, उसी समय पाकिस्तानी आतंकवादियों ने पठानकोट एयरबेस पर हमला कर दिया। यह हमला सीधे तौर पर भारत-पाकिस्तान संबंधों को बिगाड़ने के लिए किया गया था। लेकिन PM मोदी ने इस हमले के बावजूद पाकिस्तान के साथ वार्ता जारी रखी, और बाद में सर्जिकल स्ट्राइक देकर जवाब दिया।
3. 2019 पुलवामा हमला – जब सऊदी क्राउन प्रिंस की यात्रा के दौरान खून खेला गया
फरवरी 2019 में, जब सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान भारत आने वाले थे, उसी समय पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर आत्मघाती हमला हुआ। 40 जवान शहीद हुए। यह हमला सिर्फ भारतीय सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए नहीं, बल्कि भारत-सऊदी संबंधों को प्रभावित करने की साजिश थी। लेकिन भारत ने बड़ी चतुराई से इस हमले का जवाब बालाकोट एयर स्ट्राइक देकर दिया, जिसने पूरी दुनिया को भारत की ताकत का एहसास कराया।
आतंकवादियों का असली मकसद – भारत को अलग-थलग करना
इन सभी घटनाओं से एक बात साफ होती है—आतंकवादी संगठन चाहते हैं कि भारत विदेशी मेहमानों के आने पर असुरक्षित दिखे। वे चाहते हैं कि दुनिया भारत को “खतरनाक देश” के तौर पर देखे। लेकिन भारत ने हर बार इन हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया है।
आतंकवाद को जड़ से खत्म करने का समय आ गया है
अब समय आ गया है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ सिर्फ प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि कड़ी कार्रवाई करे। हर बार जब कोई विदेशी नेता भारत आता है, तो सुरक्षा एजेंसियों को और सतर्क रहना चाहिए। साथ ही, पाकिस्तान और उसके आतंकी संगठनों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेनकाब करना होगा। अब वक्त आ गया है कि पाकिस्तान पर ऐसी चोट की जाए, जिससे उसकी आने वाली कई पुश्तों को सबक मिल सके।