सलेमपुर- 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लोकसभा सलेमपुर के अनेकों विद्यालयों में बतौर मुख्य अतिथि शाम्भवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप ने शिरकत की।एक विद्यालय में बच्चों और क्षेत्रवासियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि लाखों भारतीयों के बलिदान स्वरूप हमें अंग्रेजों से आजादी तो मिली पर हम अंग्रेजियत से आजाद नहीं हो पाए। भारत अपने संस्कृति ज्ञान और संस्कार के बल पर विश्व गुरु था लेकिन मुगलों और अंग्रेजों के गुलामी के बाद इनकी संस्कृति हम पर हावी हो गई।हम गर्व से कहते तो हैं कि हम भारतीय हैं लेकिन परिधान और आचरण व्यवहार सब अंग्रेज़ो का है।हमें इसे बदलने की जरूरत है।यह अच्छी शुरुआत है जब देश की संसद ने अंग्रेजों के दिए कानून और धाराओं को बदलने का प्रयास किया है। उन्होंने अभिभावकों और शिक्षकों से आग्रह करते हुए कहा कि बच्चों के भीतर राष्ट्र प्रेम तभी पनपेगा जब हम इन्हें बाल्यकाल से ही महान रणबांकुरों की कहानी सुनाएंगे।
स्वामी आनंद स्वरूप ने विभिन्न विद्यालयों में बच्चों की मनोहारी प्रस्तुति की सराहना की तथा पुरस्कृत भी किया।केआरटी पब्लिक स्कूल भरथुआं,जवाहर इण्टर कॉलेज जिरासो, रेडरोज अकादमी कुण्डौली,चंद्रिका इण्टर कॉलेज नेमा आदि तमाम विद्यालयों के प्रबंधकों ने धन्यवाद ज्ञापित किया।इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य अरविंद पाण्डेय, करूणेश सिंह, आचार्य अखिलेश शुक्ल,सोनू शुक्ल, आशीष तिवारी, हरिशंकर यादव, गुड्डू बाबा,आशीष दूबे, राकेश चौबे, राघवेंद्र मिश्र,राजू यादव, नारायण, मुन्ना कुमार आदि उपस्थित रहे।