भाटपार रानी – आदर्श जीवन जीने के लिए हमें भगवान श्री राम के जीवन मूल्यों का अनुसरण करना चाहिए।जिस प्रकार भगवान श्री राम ने माता कैकेई के वचनों और पिता के आदेशों की मर्यादा रखने के लिए चौदह वर्ष का वनवास धारण कर भरत जैसे महान भाई के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर एक आदर्श संयुक्त परिवार की नींव रखी थी इसी प्रकार हमें भी उनके बताए मार्ग चलना चाहिए।उक्त बातें जनपद देवरिया के तहसील भाटपार रानी के अन्तर्गत ओबरी पाण्डेय में सरस्वती शिशु मंदिर के राष्ट्रीय पर्व समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शाम्भवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप ने कहीं। उन्होंने कहा कि आज एक मिशन के तहत भारतीय परिवारों को विखण्डित करने के लिए दूसरे धर्मों के लोग शिक्षण संस्थानों के माध्यम से छात्रों के भीतर आधुनिकता का जहर घोल रहे हैं। आज आवश्यक है कि हम सरस्वती शिशु मंदिर जैसे संस्थानों को प्रोत्साहित करें क्योंकि ऐसे संस्थान ही बच्चों के भीतर ज्ञान और शीलता का विचार भर सकती हैं। विश्व हिन्दू परिषद के नेता प्रमोद मिश्र ने कहा कि भारत को परम वैभव पर ले जाना है तो लोकतंत्र के सर्वोच्च मंदिर में संतो को भेजना आवश्यक है, क्योंकि एक संत पूरे भारत को ही अपना परिवार मानता है और उसके रहते भारत कभी विखण्डित नहीं हो सकता।इस अवसर पर करुणेश सिंह, अरविंद पाण्डेय, गोविंद मिश्र, आशीष तिवारी, आशीष दूबे,राजन सिंह, अंकित दूबे,राजू यादव, रजनीश सिंह, राकेश चौबे आदि लोग उपस्थित रहे। विद्यालय के प्रधानाचार्य संजीव कुमार ने आभार व्यक्त किया।