लार- भारत विश्व का सबसे युवा देश है।भारत को महाशक्ति बनाने में युवाओं की महति भूमिका है।आज वह समय है जब युवाओं को बढ़-चढ़कर जिम्मेदारी उठाने की जरूरत है।आप अपनें लोकसभा के विकास की नई गाथा लिख सकते हैं, मैं हर कदम पर आपके साथ हूं।उक्त बातें विकास खण्ड लार के पिण्डी के एक विवाह भवन में आयोजित युवा संवाद कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शाम्भवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप ने कहीं। उन्होंने कहा कि युवाओं को उनके कर्तव्य से विमुख करना देश की सबसे बड़ी भूल है। सरकारें हर क्षेत्र में युवाओं की भागीदारी तय करें उन्हें अवसर दें।इस बार के लोकसभा चुनाव के बाद सबसे अधिक युवा ही संसद में पंहुचने चाहिए। प्रभु श्री राम और कृष्ण युवा थे,आदि शंकराचार्य,स्वामी विवेकानंद,मंगल पांडे,भगत सिंह,चंद्रशेखर आजाद,सुभाष चन्द्र बोस,रामप्रसाद बिस्मिल युवा थे। इतिहास में अनेकों युवाओं के उदाहरण मिलेंगे जिन्होंने मां भारती के लिए अपनें प्राणों का बलिदान कर दिया। उन्होंने शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह को युवाओं का प्रेरणास्त्रोत बताया और उनकी शहादत पर कार्यक्रम में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर आचार्य अखिलेश शुक्ल,डा विद्यासागर उपाध्याय, करुणेश सिंह, सुशील तिवारी,सोनू शुक्ल,अखिलेश दूबे,अभय मिश्र,मणिन्द्र तिवारी, आशीष दूबे सहित सैकड़ों युवाओं ने सहभागिता की। कार्यक्रम का संचालन स्वप्निल द्विवेदी ने किया तथा आगंतुकों का धन्यवाद आशीष तिवारी व अर्पित धर दूबे ने किया।